Preeti Sudan UPSC Chairperson- रिटायर्ड IAS प्रीति सूदन होंगी UPSC की नई अध्यक्ष; अभी आयोग की मेंबर

रिटायर्ड IAS प्रीति सूदन होंगी UPSC की नई अध्यक्ष; अभी आयोग की मेंबर, केंद्र में कई बड़े पद संभाले, वर्ल्ड बैंक में सलाहकार रहीं

Retired IAS Preeti Sudan Appointed As New UPSC Chairperson News

Retired IAS Preeti Sudan Appointed As New UPSC Chairperson News

Preeti Sudan UPSC Chairperson: आंध्र प्रदेश कैडर 1983 बैच की रिटायर्ड आईएएस अफसर प्रीति सूदन अब संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की नई चीफ होंगी। केंद्र सरकार ने प्रीति सूदन को यूपीएससी अध्यक्ष के रूप में बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी है। यूपीएससी अध्यक्ष पद पर नई नियुक्ति तब की गई है। जब इस महीने की शुरुआत में आयोग के अध्यक्ष मनोज सोनी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। यूपीएससी अध्यक्ष पद पर मनोज सोनी का कार्यकाल मई 2029 में खत्म होना था। लेकिन वह इससे पहले ही पद छोड़ गए।

मसलन मनोज सोनी के यूपीएससी अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद प्रीति सूदन की नियुक्ति की गई है। राष्ट्रपति ने मनोज सोनी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इसी के साथ राष्ट्रपति ने प्रीति सूदन को यूपीएससी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने को मंजूरी दी है। नियुक्ति को लेकर जारी आदेश में कहा गया है कि प्रीति सूदन 1 अगस्त को पदभार संभालेंगीं और वे अगले आदेश या 29 अप्रैल 2025 तक यूपीएससी अध्यक्ष पद पर काम करेंगी। वर्तमान में प्रीति सूदन संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की मेंबर हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा से रिटायरमेंट के बाद नवंबर 2022 से प्रीति सूदन संघ लोक सेवा आयोग के साथ जुड़ी थीं और सदस्य के रूप में कार्य कर रहीं थीं।

केंद्र में स्वास्थ्य सचिव रहीं प्रीति सूदन

प्रीति सूदन ने केंद्रीय और राज्य स्तर के विभिन्न अहम और बड़े पदों पर काम किया है। सूदन का प्रशासनिक क्षेत्र में 37 वर्षों का व्यापक अनुभव रहा है और वह जुलाई 2020 में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के रूप में रिटायर हुई थीं। प्रीति सूदन ने अक्टूबर 2017 से जुलाई 2020 तक केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के रूप में कार्य किया। वह आयुष्मान भारत योजना की योजना और कार्यान्वयन में एक प्रमुख पदाधिकारी रहीं हैं।

इसके साथ ही सूदन कोविड-19 महामारी के समय में प्रमुख रणनीतिकार भी रहीं हैं। प्रीति सूदन का बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान और आयुष्मान भारत मिशन के अलावा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, एलाइड हेल्थ प्रोफेशनल आयोग के कामों में भी अहम योगदान माना जाता है। इसके अलावा प्रीति सूदन को ई-सिगरेट पर प्रतिबंध पर कानून बनाने का क्रेडिट दिया जाता है। इसके साथ ही वह विश्व बैंक में सलाहकार के रूप में भी काम कर चुकी हैं।

अपने कैडर राज्य में कई अहम पद संभाले

प्रीति सूदन अपने कैडर राज्य आंध्र प्रदेश में वित्त, योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि विभाग में अहम पदों की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं। वहीं केंद्र में रहते हुए सुदान खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग में सचिव भी रहीं हैं। साथ ही रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से संबंधित पदों पर काम किया है। प्रीति सूदन की शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो उन्होंने सूदन के पास लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र और सामाजिक नीति एवं योजना में डिग्री है. उन्होंने वाशिंगटन में सार्वजनिक वित्त प्रबंधन में प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है।

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